वाराणसी में स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन, ये है मंदिर की खासियत, जानिए पीएम मोदी ने क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 और 18 दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं.
इंदौर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों को बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी आज वाराणसी से दिल्ली तक चलने वाली दूसरी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. दिल्ली से वाराणसी रूट पर दूसरी वंदे भारत चलने से लाखों रेल यात्रियों को फायदा होगा. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वाराणसी दौरे के दूसरे दिन वाराणसी के उमरा में नवनिर्मित स्वरवेद महामंदिर का उद्घाटन किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि”इस पावन अवसर पर यहां 25 हजार कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। मुझे खुशी और विश्वास है कि इस महायज्ञ की हर एक आहुति से विकसित भारत का संकल्प और सशक्त होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो सदियों से दुनिया के लिए
आर्थिक समृद्धि और भौतिक विकास की मिसाल रहा है. भारत ने कभी भी भौतिक प्रगति को भौगोलिक विस्तार और शोषण का माध्यम नहीं बनने दिया। पीएम मोदी ने कहा कि जब मैंने स्वर्वेद महामंदिर का दर्शन किया तो मैं मंत्रमुग्ध हो गया. स्वर्वेद महामंदिर की दीवारों पर वेदों, उपनिषदों, रामायण, गीता और महाभारत की दिव्य शिक्षाओं को चित्रों के माध्यम से चित्रित किया गया है।
#WATCH उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के उमराहा में नवनिर्मित स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया और दौरा किया। pic.twitter.com/JYV0Vynrbu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2023
स्वर्वेद महामंदिर की ये है खासियत
- स्वर्वेद महामंदिर करीब 7 मंजिला है और इसके निर्माण में 20 साल का समय लगा।
- इस महा मंदिर को लगभग 1000 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है।
- मंदिर में एक साथ 20 हजार लोग ध्यान (Meditation) कर सकते हैं।
- स्वर्वेद महामंदिर को दुनिया का सबसे बड़ा ध्यान केंद्र भी कहा जा सकता है।
- मंदिर की गुंबद पर 125 पंखुड़ियों वाले कमल को डिजाइन है।
- यह मंदिर वाराणसी शहर के केंद्र से लगभग 12 किमी दूर उमराहा क्षेत्र में स्थित है।
- स्वर्वेद महामंदिर 3,00,000 वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है।
- मंदिर की नींव 2004 में सद्गुरु आचार्य स्वतंत्र देव और संत प्रवर विज्ञान देव ने रखी थी।
- मंदिर के निर्माण में 600 श्रमिकों और 15 इंजीनियरों ने मेहनत की है।
- मंदिर की बाहरी दीवार पर 138 प्रसंग वेद उपनिषद, महाभारत, रामायण, गीता आदि के चित्र बनाए गए हैं।
वंदे भारत ट्रेन का समय
प्रधानमंत्री आज वाराणसी में दूसरी वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ करने जा रहे हैं। यह सुबह 6 बजे वाराणसी से रवाना होगी और प्रयागराज, कानपुर होते हुए दोपहर 2 बजे के करीब राजधानी दिल्ली पहुंचेगी. वापसी में यह ट्रेन नई दिल्ली से दोपहर 3 बजे रवाना होगी और रात तक वाराणसी पहुंचेगी.
पीएम मोदी का दो दिवसीय दौरा गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 और 18 दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर
अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं. अपने दौरे के पहले दिन 17 दिसंबर को पीएम मोदी ने वाराणसी में विकास भारत संकल्प यात्रा को संबोधित किया था. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारी, राजनीतिक और सामाजिक कार्यों से जुड़े देश के सभी लोग इस विकास भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए अपना समय दे रहे हैं। इसलिए वाराणसी का सांसद होने के नाते मेरा कर्तव्य है कि मैं इस कार्यक्रम में समय दूं।